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Sunday, October 23, 2011

0246

जिंदगी को तन्हा वीरानों में रहने दो,
ये वफ़ा कि बाते ख्यालों में रहने दो,
हकीक़त में आज़माने से टूट जाते है दिल,
ये इश्क मोहब्बत किताबो में रहने दो ...

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