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Thursday, June 4, 2015

0464

कुछ अलग सा हो मेरी मोह्हब्ब्त का हाल
तेरी एक चुप्पी..और..मेरे लाखों सवाल..!!

0463

हर धड़कते पत्थर को, लोग दिल समझते हैं,
उम्र बीत जाती है...दिल को दिल बनाने में...!!

0462

रख दे मेरे होठो पे अपने होंठ कुछ इस तरह,
या तेरी प्यास बुझ जाये..या मेरी साँस रुक जाये…!!

0461

बंद कर दिए है हमने दरवाज़ें भी "इश्क" के
पर एक तेरी याद ही है जो "दरारों" मे से भी चली आती हैं.....!!

Monday, June 1, 2015

0460

आज भी कितना नादान है दिल समझता ही नहीं..
बरसो बाद भी उन्हें देखा तो दुवाए मांग बैठा..

0459

गर मेरी चाहतों के मुताबिक ज़माने की हर बात होती ;
तो बस मैं होता.. तुम होती., और सारी रात बरसात होती !!

Sunday, May 31, 2015

0458

इतना भी न याद आया कर.. कि रात भर सो न सकें हम,
सुबाह सुर्ख आंखों की वजह पूछते हैं लोग......

0457

सदियो का रतजगा मेरी रातों में आ गया,
मैं एक हसीन शख्स की बातों में आ गया.

0456

कितने पीर बाबा.. तांत्रिक बदले…,
पर उसका साया.. मेरे सर से नहीं जाता !

0455

गुनाह किया है मैंने तुझ से इश्क़ करके..।।
मुनासिब होगा मेरा हिसाब कर दे..।।

0454

वो जो बे-पनाह चाहते थे..
अब सिर्फ पनाह चाहते हैं..

0453

रहने दो अब....तुम मुझे पढ ना सकोगे....
बरसात में भीगे हुए.. कागज की तरह हूँ मैं.....!!

0452

उसने पूछा... कोई आखिरी ख्वाहिश..?
ज़ुबां पे फ़िर... "तुम"  आ गया...!

0451

तेरा बेईमान होना भी क्या गजब था...
न मेरे हो सके.. न किसी और के..!!

0450

मैँ काबिल ए नफरत हूँ तो छोड दे मुझको....
बस मुझसे दिखावे की मोहब्बत ना किया कर…

0449

दूरिया जब बढी तो गल्तफहमियाँ भी बढ गयी. . .
फिर उसने वो भी सुना जो मैने कहाँ भी नही. . .

0448

कुछ हसरतें अधूरी ही रह जायें तो अच्छा है...!
पूरी हो जाने पर दिल खाली खाली सा हो जाता है...!!