Ads 468x60px

Labels

Thursday, May 28, 2015

0436

अंजाम की परवाह होती तो मैं इश्क़ करना छोड़ देता....
इश्क़ ज़िद करता है और ज़िद के हम बेताज बादशाह हैं...

0 comments:

Post a Comment